आँखों में मधुमेह के लक्षण: मधुमेह एक गंभीर समस्या है जो शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। हालाँकि, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि मधुमेह के लक्षण आँखों में भी दिखाई दे सकते हैं।
अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो न सिर्फ़ आँखों की रौशनी, बल्कि मधुमेह को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
हालांकि मधुमेह के लक्षणों को शरीर के कई अंगों से पहचाना जा सकता है, लेकिन जब शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, तो इसका एक लक्षण हमारी आँखों में भी दिखाई देता है। आइए जानें आँखों में मधुमेह के लक्षण क्या हैं और रक्त शर्करा की जाँच क्यों ज़रूरी है।
आँखों में मधुमेह के लक्षण
धुंधली दृष्टि: उच्च रक्त शर्करा स्तर आँखों की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाता है, जिससे लेंस में सूजन आ सकती है। इससे दृष्टि धुंधली हो जाती है।
मोतियाबिंद: मधुमेह के रोगियों में समय से पहले मोतियाबिंद होने का खतरा बढ़ जाता है। यह लेंस के धुंधला होने का संकेत हो सकता है।
मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी: यह स्थिति तब होती है जब रेटिना तक रक्त पहुँचाने वाली रक्त वाहिकाएँ क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह अंधेपन का कारण बन सकती है।
सूजी हुई या चिड़चिड़ी आँखें: लंबे समय तक उच्च रक्त शर्करा स्तर आँखों में सूजन, चिड़चिड़ी या पानी आने का कारण बन सकता है।
चश्मे का नंबर बार-बार बदलना: अगर आपके चश्मे का नंबर तेज़ी से बदल रहा है, तो यह मधुमेह का संकेत हो सकता है।
ब्लड शुगर टेस्ट क्यों ज़रूरी है?
मधुमेह के लक्षणों की पहचान के बाद, ब्लड शुगर टेस्ट करवाना बहुत ज़रूरी है। यह टेस्ट आपके शरीर में शर्करा के स्तर की स्थिति को मापने में मदद करता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
