गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है और जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, लोगों को पसीने की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पसीने की दुर्गंध लोगों के सामाजिक जीवन को प्रभावित करती है। लोग दूर से बात करते हैं और इस दुर्गंध को छिपाने के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आप कुछ घरेलू चीजों का इस्तेमाल करके इस दुर्गंध को दूर कर सकते हैं।
आयुष चिकित्सक डॉ. रास बिहारी तिवारी कहते हैं, गर्मियों में पसीना आना सामान्य है, लेकिन जब यह पसीना तेज़ दुर्गंध पैदा करता है, तो यह एक समस्या बन जाती है।
उन्होंने कहा कि खराब खानपान, बैक्टीरिया की अधिक वृद्धि, हार्मोनल असंतुलन और अस्वच्छता शरीर से दुर्गंध का कारण बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि परफ्यूम की बजाय आप नीम से इस दुर्गंध को दूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नीम शरीर को अंदर से साफ़ करता है और बैक्टीरिया को नष्ट करता है।
इस तरह आप शरीर की दुर्गंध को कम कर सकते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि नीम के पत्तों के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पसीने से दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारते हैं। इसके लिए आप रोज़ाना नहाने के पानी में नीम के पत्ते डालकर नहा सकते हैं। इससे शरीर की दुर्गंध कम होती है और त्वचा के संक्रमण से बचाव होता है।
उन्होंने बताया कि नीम के पत्तों का रस पीने से शरीर अंदर से डिटॉक्स होता है, जिससे सांसों की दुर्गंध जड़ से खत्म हो जाती है। पसीने वाली जगहों पर नीम का तेल लगाने से भी पसीने की दुर्गंध कम हो सकती है।
बाजार में कई उत्पाद भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि आजकल लोग प्राकृतिक उपचारों की ओर बढ़ रहे हैं और ऐसे में नीम से जुड़े उत्पादों की मांग भी तेज़ी से बढ़ी है। बाजार में नीम आधारित साबुन, बॉडी वॉश और डिओडोरेंट उपलब्ध हैं, जो बिना किसी रसायन के शरीर की दुर्गंध को कम करने में मदद करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए केवल बाहरी उपाय ही नहीं, बल्कि आंतरिक सफाई भी ज़रूरी है। इसलिए, खान-पान में बदलाव के साथ नीम के नियमित सेवन से शरीर को प्राकृतिक रूप से साफ़ रखा जा सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
