किशमिश पोषक तत्वों से भरपूर एक प्राकृतिक सुपरफूड है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर खीर, हलवा, लड्डू जैसी रसोई की मिठाइयों में किया जाता है। कई लोग सुबह खाली पेट किशमिश भी खाते हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, किशमिश भिगोना ज़्यादा फायदेमंद होता है। सुबह और रात में पानी में भीगी हुई किशमिश खाने से इसके पोषक तत्व शरीर द्वारा बेहतर तरीके से अवशोषित होते हैं। जिसका स्वास्थ्य पर ज़्यादा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
आप चाहें तो न सिर्फ़ भीगी हुई किशमिश खा सकते हैं, बल्कि उसका पानी भी पी सकते हैं। इससे खून की कमी (एनीमिया के लिए भीगी हुई किशमिश) दूर होती है, हड्डियाँ मज़बूत होती हैं और त्वचा में भी निखार आता है। दरअसल, किशमिश दिन में किसी भी समय खाई जा सकती है। लेकिन सुबह खाली पेट इसका सेवन (किशमिश के स्वास्थ्य लाभ) शरीर को ज़्यादा फ़ायदे पहुँचाता है।किशमिश का पानी कब पीना चाहिए?(1) एनीमिया से छुटकारा: रोजाना सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश खाने से आयरन की कमी पूरी हो सकती है। किशमिश में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। जो खून बढ़ाने में मदद करता है। इसका सेवन महिलाओं के लिए खास तौर पर फायदेमंद है, क्योंकि भारत में ज्यादातर महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। इसके अलावा, किशमिश में आर्जिनिन नामक प्रोटीन भी पाया जाता है। जो शरीर में ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है। अगर आपको सुबह उठते ही थकान या कमजोरी महसूस होती है, तो भीगी हुई किशमिश का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।(2) रक्तचाप नियंत्रित रहता है: सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश खाने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है। किशमिश में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। जो शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है। यह संतुलन रक्तचाप को नियंत्रित रखने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा, किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर रक्त कोशिकाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और हृदय को मज़बूत बनाते हैं। कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि किशमिश के नियमित सेवन से उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) की समस्या में सुधार हुआ है। अगर आप पहले से ही रक्तचाप की दवा ले रहे हैं, तो किशमिश को अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।(3) कब्ज से राहत: सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश खाने से कब्ज दूर होती है। किशमिश में अच्छी मात्रा में डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और मल को नरम और बाहर निकालने में मदद करता है। भीगी हुई किशमिश शरीर में पानी बनाए रखने में मदद करती है, जिससे पेट साफ रखना आसान हो जाता है। यह हल्की होती है और प्राकृतिक रेचक का काम करती है। नियमित सेवन से आंतों में जमा गंदगी धीरे-धीरे साफ हो जाती है।(4) हार्मोनल असंतुलन में फायदेमंद: भीगी हुई किशमिश खाना सुबह खाली पेट किशमिश खाने से हार्मोनल असंतुलन को कुछ हद तक संतुलित करने में मदद मिल सकती है। खासकर महिलाओं के लिए। किशमिश में मौजूद आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज शरीर के मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल गतिविधि को संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। किशमिश में प्राकृतिक तत्व होते हैं जो अंतःस्रावी तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। कैसे और कितनी मात्रा में लें?
रात भर 8-10 किशमिश पानी में भिगो दें।
सुबह खाली पेट किशमिश खाएँ और चाहें तो इसका पानी भी पी सकते हैं।
नियमित सेवन ज़रूरी है, लेकिन ज़्यादा न करें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।