सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि आंवला विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है, जो व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाए रखने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि आंवले में विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे गुण होते हैं, जो शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद करते हैं।
डॉक्टर का कहना है कि इसके बावजूद कुछ लोगों को आंवला खाने से मना किया जाता है। अगर ऐसे लोग आंवला खाते हैं, तो उनके स्वास्थ्य को फ़ायदे की बजाय नुकसान हो सकता है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है, उन्हें आंवले के सेवन से बचना चाहिए। आंवले में मौजूद विटामिन सी की उच्च मात्रा हाइपर एसिडिटी की समस्या को बढ़ा सकती है। या जिन लोगों की हाल ही में सर्जरी हुई है, उन्हें भी आंवले के सेवन से बचना चाहिए।
इस फल के अधिक सेवन से रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक रक्तस्राव हाइपोक्सिमिया, गंभीर एसिडोसिस या मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन का कारण बन सकता है।
आंवले में मौजूद एंटीप्लेटलेट गुण रक्त के थक्कों को बनने से रोक सकते हैं। आंवले का यह गुण हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है, लेकिन जो लोग पहले से ही किसी प्रकार के रक्त विकार से पीड़ित हैं, उनके लिए आंवला अच्छा विकल्प नहीं है। ऐसे लोगों को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही आंवले का सेवन करना चाहिए।
अगर आपकी त्वचा रूखी है, तो आंवला खाते समय ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएँ। क्योंकि आंवले में मौजूद कुछ तत्व डिहाइड्रेशन की समस्या भी पैदा कर सकते हैं।
अगर आप लो ब्लड शुगर के मरीज हैं तो आपको आंवले का सेवन कम करना चाहिए। आंवला ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, जो लोग मधुमेह की दवाएँ ले रहे हैं, उन्हें भी आंवले का सेवन कम करना चाहिए।
आंवला फाइबर से भरपूर होता है और कब्ज पैदा कर सकता है। ज़्यादा आंवला खाने से मल सख्त हो जाता है। जो लोग रोज़ाना आंवला खाते हैं, उन्हें कब्ज जैसी समस्याओं से बचने के लिए खूब पानी पीना चाहिए।
उच्च रक्तचाप और गुर्दे की समस्याओं से पीड़ित लोगों को आंवले का सेवन न करें। इसके सेवन से शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है, जिससे गुर्दे अपना काम ठीक से नहीं कर पाते। जिससे शरीर में पानी जमा होने लगता है और उच्च रक्तचाप की समस्या होने लगती है।
आंवले में मौजूद विटामिन सी का अधिक सेवन मूत्र संबंधी जलन पैदा कर सकता है। इतना ही नहीं, कई लोगों को पेशाब में बदबू भी आ सकती है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
