आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की रिपोर्ट के अनुसार, एक वयस्क पुरुष में हीमोग्लोबिन का स्तर 14 से 18 mg/dL के बीच होना चाहिए।
अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर इससे कम है, तो आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानें कम हीमोग्लोबिन के कारणों के बारे में।
कम हीमोग्लोबिन के कारण
अगर आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कम हो रहा है, तो आपका हीमोग्लोबिन सामान्य से कम हो सकता है। आपको बता दें कि आयरन, विटामिन B12 और विटामिन B9 जैसे तत्वों की कमी से भी हीमोग्लोबिन कम हो सकता है।
चोट, अल्सर या कोलन कैंसर जैसी बीमारी के कारण हीमोग्लोबिन कम हो सकता है। अगर शरीर की आयरन सोखने की क्षमता कम हो जाती है, तो हीमोग्लोबिन का स्तर भी कम हो सकता है।
आपको लेने के देने पड़ सकते हैं।
अगर आप समय रहते अपने हीमोग्लोबिन के स्तर को सामान्य नहीं करते हैं, तो आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। आइए, कम हीमोग्लोबिन के स्तर के कुछ लक्षणों के बारे में भी जानें।
थकान, त्वचा का पीला पड़ना, चक्कर आना, ऐसे लक्षण कम हीमोग्लोबिन के स्तर के संकेत हो सकते हैं। सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, हाथ-पैर ठंडे पड़ना, सिरदर्द और अनियमित दिल की धड़कन भी कम हीमोग्लोबिन के स्तर का संकेत हो सकते हैं।
हीमोग्लोबिन का स्तर कैसे बढ़ाएँ?
क्या आप हीमोग्लोबिन का स्तर कम करना चाहते हैं? अगर हाँ, तो आपको अपने आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को ज़रूर शामिल करना चाहिए।
हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, बीन्स, चुकंदर, सेब और अनार जैसे सुपरफूड आपके हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। आप हीमोग्लोबिन के स्तर को कम करने के लिए अंडे भी खा सकते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
