आजकल हर कोई पेट खराब होने की समस्या से जूझ रहा है। कभी कब्ज तो कभी दस्त ने लोगों का मनोबल गिरा रखा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या हमारी खराब जीवनशैली और खान-पान संबंधी विकारों का नतीजा है।
इसके साथ ही, कुछ विटामिनों की कमी भी पाचन संबंधी विकारों का एक प्रमुख कारण है। जब भी शरीर में इस विटामिन की कमी होती है, तो हमें अपच, पेट दर्द, गैस-एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अगर आप भी अक्सर पेट खराब होने की समस्या से परेशान रहते हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। इससे आपकी सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है। आइए जानें कि पेट की समस्याओं के लिए कौन सा विटामिन ज़िम्मेदार है।
किस विटामिन की कमी से पेट खराब होता है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पेट की समस्याओं के कई कारण होते हैं। लेकिन एक विटामिन ऐसा भी है जिसकी कमी से हमारे शरीर के पाचन तंत्र में गंभीर गड़बड़ी पैदा हो जाती है।
इस विटामिन का नाम विटामिन B3 है। शरीर में इस विटामिन की कमी होने पर अपच, पेट में संक्रमण, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं व्यक्ति को घेर लेती हैं।
थायरॉइड ग्रंथि को बेहतर बनाता है
विटामिन B3 को नियासिन भी कहा जाता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह विटामिन हमारे द्वारा खाए गए भोजन को ऊर्जा में बदलने का काम करता है।
यह विटामिन हमारे तंत्रिका तंत्र और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। यह पेट की मांसपेशियों को स्वस्थ और मजबूत रखने में भी मदद करता है। इस विटामिन का सेवन करने से हमारी थायरॉइड ग्रंथि बेहतर होती है।
पानी में घुलनशील विटामिन
यह एक पानी में घुलनशील विटामिन है, जो कोलेस्ट्रॉल और वसा बनाता है। यह डीएनए के निर्माण और मरम्मत में भी मदद करता है। विटामिन बी3 शरीर में चयापचय की उचित दर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अगर शरीर में इस विटामिन की कमी हो, तो पेट खराब होने के साथ-साथ कमजोरी, सुस्ती, बार-बार पेशाब आने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। साथ ही, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी शरीर को प्रभावित कर सकती हैं।
विटामिन B3 की ज़रूरत कैसे पूरी करें?
शरीर में विटामिन B3 की कमी को पूरा करने के लिए आप चोली, पालक, केल, ज्वार, बाजरा, गेहूं, ज्वार, दालें, सूखे मेवे, बीज खा सकते हैं। दूध और अंडे।
ये सभी चीज़ें विटामिन बी3 से भरपूर होती हैं, जो हमारे पेट के मेटाबॉलिज़्म को मज़बूत बनाता है। यह पेट पर जमा होने वाली चर्बी को भी कम करता है और गैस व एसिडिटी की समस्या से राहत दिलाता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
